इस दौरान सचिन ने भ्रष्टाचार, पेपर लीक जैसे मुद्दों को उठाकर कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाए रखा। वे लगातार पार्टी में सुधार की मांग करते रहे।