Raipur में आयोजित हुई Congress Meeting में पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी Sachin Pilot ने संगठन के कामकाज पर कड़ी निगरानी दिखाई। यह बैठक न सिर्फ एक रिव्यू थी, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए संगठन की नींव को मजबूत करने की कवायद थी।
Congress Meeting Raipur का सबसे बड़ा मुद्दा पार्टी के भीतर अनुशासन की कमी, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और स्थानीय नेतृत्व की निष्क्रियता रही। इस बैठक ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे कांग्रेस संगठन को स्पष्ट संदेश दे दिया कि ढिलाई अब नहीं चलेगी।
Sachin Pilot ने बैठक के दौरान दो नेताओं — Akash Sharma और Devendra Yadav को विशेष रूप से फटकार लगाई। उन्होंने कहा:
“पार्टी के लिए हर कार्यकर्ता ज़रूरी है। अगर कार्यकर्ता नाराज़ है तो ज़िम्मेदारी नेतृत्व की है। अब जवाबदेही से कोई नहीं बचेगा।”
बूथ स्तर पर संगठन को मज़बूत न करने का आरोप
कार्यकर्ताओं से संवाद की कमी
मीडिया में सक्रिय लेकिन ज़मीनी काम में शिथिलता
गुटबाज़ी को बढ़ावा देने के आरोप
बैठक में समय पर न पहुंचने पर नाराज़गी
कार्यकर्ताओं की लगातार शिकायतें
Sachin Pilot (प्रभारी, छत्तीसगढ़ कांग्रेस)
Akash Sharma (जिला अध्यक्ष)
Devendra Yadav (वरिष्ठ नेता)
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, महासचिव और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी
60 से अधिक नेता एवं कार्यकर्ता इस बैठक में शामिल रहे।
Sachin Pilot ने चेताया कि पार्टी में गुटबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो एकता को तोड़ेगा, उसके खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई होगी।
हर ज़िले में बूथ कमेटियों के गठन का निर्देश दिया गया। पायलट ने कहा:
“कांग्रेस को जड़ से मजबूत करना होगा, तभी हम चुनाव जीत सकते हैं।”
WhatsApp, Telegram जैसे माध्यमों से कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद का सिस्टम बनाने को कहा गया। हर ब्लॉक अध्यक्ष को यह जिम्मेदारी दी गई।
हर ज़िला अध्यक्ष को 15 दिन में प्रदर्शन रिपोर्ट देने का निर्देश। काम में लापरवाही करने वालों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई तय की गई।
Congress Meeting Raipur की वायरल तस्वीरें बैठक के माहौल को स्पष्ट करती हैं।
Sachin Pilot ग़ुस्से में हाथ बांधे बैठे थे
Akash Sharma दबाव में नजर आए
Devendra Yadav असहज मुद्रा में दिखे
(Alt Text Suggestion: Sachin Pilot during Congress Meeting Raipur scolding senior leaders)
बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने सीधे कहा कि:
“हमें सिर्फ भीड़ के लिए बुलाया जाता है, ना कोई सूचना मिलती है, ना जिम्मेदारी।”
Sachin Pilot ने इस पर विशेष नाराज़गी जताई और स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक निर्णयों में शामिल किया जाए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि Sachin Pilot इस Congress Meeting Raipur के ज़रिए दो स्पष्ट संकेत देना चाहते हैं:
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लीडरशिप की जवाबदेही तय की जाएगी
राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को अनुशासित और परिणाम-आधारित बनाना उनकी प्राथमिकता है
यह बैठक केवल प्रशासनिक नहीं, एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी थी—अब आलसी नेताओं को हटाया जा सकता है।
Sachin Pilot खुद सभी ज़िलों का दौरा करेंगे
ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से सीधी बातचीत
संगठन की रिपोर्ट हाईकमान (सोनिया गांधी और राहुल गांधी) को सौंपी जाएगी
कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम को पुनर्गठित किया जाएगा
पोस्ट्स अब जमीनी मुद्दों पर केंद्रित होंगे, न कि सिर्फ प्रचार पर
Congress Meeting Raipur ने यह साबित कर दिया है कि अब कांग्रेस में निष्क्रियता की कोई जगह नहीं है।
Sachin Pilot ने साफ कर दिया कि संगठन को मज़बूत करना उनकी प्राथमिकता है और जो नेता सिर्फ कुर्सी पकड़कर बैठे हैं, उन्हें अब जवाब देना होगा।
Akash Sharma और Devendra Yadav जैसे वरिष्ठ नेताओं को खुले मंच पर दी गई फटकार एक बड़ा संदेश है कि अब पार्टी प्रदर्शन पर आधारित चलेगी। इस बैठक का असर पूरे छत्तीसगढ़ और संभवतः राष्ट्रीय राजनीति में भी दिखाई देगा।