13 जुलाई 2025 की सुबह राजस्थान के कोटा ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे राजस्थान में शोक की लहर दौड़ गई।
इस दुखद समाचार पर कांग्रेस नेता Sachin Pilot ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा:
“कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर हुए भीषण सड़क हादसे में कई लोगों की मृत्यु और घायल होने का समाचार अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी गहरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करें। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।”
उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और हजारों लोगों ने प्रतिक्रिया दी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कोटा के पास हुए इस हादसे की भयावहता इतनी ज्यादा थी कि वहां मौजूद लोगों ने बताया कि घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक तेज रफ्तार ट्रक और बस के बीच जोरदार टक्कर हुई, जिससे कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और राहगीर मदद के लिए दौड़े। पुलिस और एंबुलेंस की टीमें भी थोड़ी देर में घटनास्थल पर पहुंच गईं और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया।
कोटा जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे में घायल लोगों को एमबीएस अस्पताल और नयापुरा सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
कोटा एसपी और कलेक्टर स्वयं मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। कई वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम को अलर्ट पर रखा गया ताकि घायलों का तुरंत इलाज हो सके। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को देश की सबसे अत्याधुनिक और तेज़ रफ्तार सड़क कहा जाता है। लेकिन हाल के कुछ महीनों में यहां हादसों की संख्या बढ़ी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक गति, चालक की लापरवाही, और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी इन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बन रहे हैं।
इस एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी, फास्ट ट्रैक लेन, और टोल प्रबंधन की सुविधा तो है, लेकिन स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतनी आधुनिकता के बाद भी सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता और निगरानी की भारी कमी क्यों है?
Sachin Pilot का बयान सिर्फ एक संवेदना नहीं बल्कि एक नेता की ज़िम्मेदारी को दर्शाता है। उन्होंने न केवल शोक जताया, बल्कि घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की संवेदनात्मक प्रतिक्रियाएं जनता के साथ भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाती हैं और राजनीतिक संस्कृति को मानवीय बनाती हैं।
Sachin Pilot के ट्वीट पर हजारों लोगों ने कमेंट किए, जिसमें आम नागरिकों ने भी इस हादसे पर शोक जताया। कुछ प्रमुख प्रतिक्रियाएं इस प्रकार रहीं:
“दिल दहलाने वाला हादसा, भगवान मृतकों की आत्मा को शांति दे।”
“Sachin Pilot जैसे नेता का संवेदनशील होना हमें उम्मीद देता है।”
“हमें अब सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेना होगा।”
#KotaAccident, #SachinPilot, और #ExpresswaySafety जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
इस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
क्या एक्सप्रेसवे पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय हैं?
क्या ट्रैफिक नियमों का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है?
क्या तेज रफ्तार गाड़ियों को कंट्रोल करने के लिए कोई तंत्र मौजूद है?
राजस्थान सरकार की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक मुआवज़े की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही राहत राशि घोषित की जाएगी।
Sachin Pilot जैसे वरिष्ठ नेताओं का भावनात्मक बयान सरकार पर भी दबाव बनाता है कि वह पीड़ितों की सहायता के लिए त्वरित कदम उठाए।
Sachin Pilot का बयान इस दुखद हादसे के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है, लेकिन यह भी ज़रूरी है कि हादसों के पीछे की वजहों को समझकर सख्त कदम उठाए जाएं।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसे हाई-स्पीड सड़कों पर लोगों की जान बचाने के लिए प्रशासन, चालक और नागरिकों को मिलकर कार्य करना होगा।