राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने बड़ा प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट भी शामिल हुए। लेकिन यह विरोध-प्रदर्शन तब हिंसक रूप लेने लगा जब पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया।
प्रदर्शन के दौरान NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चंद्रवंशी का मोबाइल फोन चोरी हो गया, जिससे संगठन के कार्यकर्ताओं में भारी नाराज़गी देखी गई।
प्रदर्शन के दौरान जब NSUI कार्यकर्ता सचिवालय की ओर बढ़े, तब पुलिस ने बल प्रयोग किया और वाटर कैनन छोड़े गए। इस बीच Sachin Pilot भी मंच पर मौजूद थे, और उन पर भी सीधा पानी की बौछार आई।
इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसमें पायलट छात्रों के साथ भीगते हुए नारे लगाते नजर आ रहे हैं। यह दृश्य पायलट की जमीनी छवि को और भी मज़बूत करता है।
Sachin Pilot ने कहा —
“हम यहां छात्रसंघ चुनाव की मांग लेकर आए हैं। यह लोकतंत्र की नींव है। सरकार सुन नहीं रही, और अब पानी से जवाब दे रही है।”
इस प्रदर्शन के दौरान NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चंद्रवंशी का मोबाइल फोन चोरी हो गया। यह तब हुआ जब भारी भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई थी।
पुलिस से शिकायत की गई है लेकिन अब तक मोबाइल बरामद नहीं हो सका है।
NSUI नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह सब प्रदर्शन को कमजोर करने और नेतृत्व को परेशान करने की एक सोची-समझी साजिश है।
राजस्थान में पिछले कई वर्षों से छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं, जिससे छात्र संगठनों में गहरी नाराजगी है। NSUI का कहना है कि लोकतंत्र की पहली सीढ़ी छात्रों से शुरू होती है, और उन्हें अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार मिलना चाहिए।
Sachin Pilot NSUI protest Jaipur अब केवल एक मांग नहीं, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक संदेश बन गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पायलट इस प्रदर्शन के जरिए युवा वर्ग के बीच अपनी पकड़ मज़बूत करना चाहते हैं।
कांग्रेस में चल रही अंदरूनी खींचतान को देखते हुए, यह विरोध-प्रदर्शन Pilot vs Gehlot पावर डायनामिक्स का हिस्सा भी माना जा रहा है।
लेकिन पायलट ने स्पष्ट किया —
“यह छात्रों की लड़ाई है। हम सत्ता के लिए नहीं, लोकतंत्र के लिए सड़कों पर हैं।”
अब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत या राज्य सरकार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
लेकिन सोशल मीडिया पर लोग सरकार की चुप्पी को ‘अनदेखी और अहंकार’ से जोड़ रहे हैं।
Sachin Pilot NSUI protest Jaipur ने एक बार फिर राजस्थान की राजनीति को गरमा दिया है।
जहां एक ओर छात्रसंघ चुनाव की मांग है, वहीं दूसरी ओर वाटर कैनन और मोबाइल चोरी जैसी घटनाएं सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े कर रही हैं।
क्या सरकार छात्रसंघ चुनाव कराने के पक्ष में है?
क्या सचिन पायलट इसे युवाओं की ताकत में बदल पाएंगे?
और सबसे अहम — NSUI अध्यक्ष का मोबाइल किसने चुराया?
इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में सामने आएंगे, लेकिन फिलहाल साफ है —
सड़कों पर सिर्फ पानी ही नहीं गिरा, बल्कि सत्ता की नींव भी हिली है।