रायपुर के ऐतिहासिक मैदान में आयोजित किसान-जवान-संविधान जनसभा कांग्रेस पार्टी के लिए सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन की शुरुआत बन गई है।
इस सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिन पायलट, राहुल गांधी और कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
किसान-जवान-संविधान जनसभा का उद्देश्य स्पष्ट था — जनता के मूल अधिकारों की रक्षा और मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करना।
सबसे पहली प्राथमिकता किसानों को दी गई।
एमएसपी की कानूनी गारंटी, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, और छोटे किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दों को इस सभा में जोरदार तरीके से उठाया गया।
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा कि किसानों के बिना देश नहीं, और किसान-जवान-संविधान जनसभा इसी भावना की अभिव्यक्ति है।
इस किसान-जवान-संविधान जनसभा में युवाओं को रोजगार देने, सेना में पारंपरिक भर्ती बहाल करने और अग्निपथ योजना को खत्म करने की मांग की गई।
कांग्रेस का कहना है कि यह योजना देश के युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल रही है।
सभा में शामिल नेताओं ने दोहराया कि किसान-जवान-संविधान जनसभा केवल एक रैली नहीं बल्कि युवाओं की आवाज़ है।
किसान-जवान के तीसरे स्तंभ में लोकतंत्र की रक्षा, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, और अभिव्यक्ति की आज़ादी जैसे संवैधानिक मूल्यों को लेकर संकल्प लिया गया।
नेताओं ने कहा कि संविधान को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं और इसके खिलाफ संघर्ष का बिगुल किसान-जवान-संविधान जनसभा से फूंका गया है।
राजस्थान के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा:
“आज छत्तीसगढ़ में आयोजित किसान-जवान-संविधान में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी और संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल जी का स्वागत किया गया। यह जनसभा हमारे संकल्प और जनहित के मुद्दों को लेकर हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
सचिन पायलट के इस बयान को कांग्रेस के हजारों समर्थकों ने रीट्वीट किया, जिससे किसान-जवान-संविधान जनसभा सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी।
किसान-जवान-संविधान जनसभा में शामिल हुए नेताओं की सूची लंबी है:
मल्लिकार्जुन खरगे – कांग्रेस अध्यक्ष
के.सी. वेणुगोपाल – संगठन महासचिव
राहुल गांधी – सांसद
दीपक बैज – छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष
डॉ. चरणदास महंत – विधानसभा अध्यक्ष
भूपेश बघेल – पूर्व मुख्यमंत्री
टी.एस. सिंहदेव – वरिष्ठ नेता
सचिन पायलट – राजस्थान कांग्रेस नेता
सोशल मीडिया प्रभारी जैसे @szarita_laitphlang, @sampathkumarinc, @vijayjangidinc
इन सभी नेताओं ने किसान-जवान-संविधान को एक ऐतिहासिक कदम बताया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #किसान जनसभा टॉप ट्रेंड में रहा।
लाखों लोगों ने इस सभा से जुड़े वीडियो, तस्वीरें और बयानों को साझा किया।
सचिन पायलट, राहुल गांधी और भूपेश बघेल की पोस्ट्स ने किसान-जवान-संविधान जनसभा को वायरल बना दिया।
किसान-जवान-संविधान जनसभा 2025 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा है।
पार्टी इस अभियान को पूरे देश में फैलाने की तैयारी कर रही है ताकि हर राज्य में किसानों, युवाओं और संविधान के मुद्दों को चर्चा के केंद्र में लाया जा सके।
रायपुर में आयोजित किसान जनसभा सिर्फ एक रैली नहीं, बल्कि एक राष्ट्रव्यापी चेतना की शुरुआत है।
यह सभा कांग्रेस की उस राजनीतिक सोच का प्रतीक है जो देश के किसानों, जवानों और संविधान की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
कांग्रेस ने इस सभा के माध्यम से साफ कर दिया है कि वह जनता के सवालों पर लड़ने को पूरी तरह तैयार है।